भारत सरकार ने 2019 में असंगठित क्षेत्र के करोड़ों workers के लिए PM Shram Yogi Mandhan Yojana (PM-SYM) शुरू की थी।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों को 60 साल की उम्र के बाद financial security देना है।
इस योजना के तहत, मजदूरों को हर महीने ₹3000 की पेंशन दी जाती है ताकि वे बुढ़ापे में किसी प्रकार की आर्थिक समस्या से बच सकें और एक सम्मानजनक जीवन जी सकें।
Contents
- 1 PM Shram Yogi Mandhan Yojana क्या है?
- 1.1 PM Shram Yogi Mandhan Yojana के लिए पात्रता
- 1.2 PM Shram Yogi Mandhan Yojana में योगदान
- 1.3 PM Shram Yogi Mandhan Yojana में योगदान की सारणी
- 1.4 PM Shram Yogi Mandhan Yojana में पेंशन कब शुरू होती है?
- 1.5 PM Shram Yogi Mandhan Yojana की आवेदन प्रोसेस
- 1.6 योजना की कुछ खास बातें
- 1.7 योजना के फायदे
- 1.8 FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
- 1.9 Q1. PM Shram Yogi Mandhan Yojana के लिए कौन eligible है?
- 1.10 Q2. योजना में कितनी राशि जमा करनी होती है?
- 1.11 Q3. पेंशन कब शुरू होती है?
- 1.12 Q4. अगर मजदूर की मृत्यु हो जाए तो क्या होगा?
- 1.13 Q5. योजना में आवेदन कैसे करें?
- 1.14 Q6. क्या सरकार भी योगदान करती है?
- 1.15 योजना का महत्व
PM Shram Yogi Mandhan Yojana क्या है?
भारत में असंगठित क्षेत्र के लाखों लोग रोज़मर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए मेहनत करते हैं, पर उनकी income स्थिर नहीं होती और उनके पास future savings के कोई खास साधन नहीं होते।
ऐसे में PM Shram Yogi Mandhan Yojana एक बड़ा सहारा बनती है। इस योजना का मकसद इन मजदूरों को 60 साल की उम्र के बाद हर महीने ₹3000 की पेंशन देना है, जिससे वे बुढ़ापे में भी financial परेशानियों से बचे रहें और अपनी जरूरतें पूरी कर सकें। यह योजना उनके लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन की गारंटी देती है।
PM Shram Yogi Mandhan Yojana के लिए पात्रता
PM Shram Yogi Mandhan Yojana का लाभ असंगठित क्षेत्र के मजदूर उठा सकते हैं, जो निम्नलिखित eligibility criteria को पूरा करते हैं:
- मजदूर की उम्र 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए।
- मासिक आय ₹15,000 से कम होनी चाहिए।
- वह किसी और सरकारी पेंशन योजना का लाभ नहीं ले रहा हो।
इस PM Shram Yogi Mandhan Yojana का लाभ लेने वाले मजदूरों में निम्नलिखित कार्यक्षेत्र के लोग शामिल हैं:
- रिक्शा चालक
- घरेलू कामगार
- प्लंबर
- रेहड़ी-पटरी वाले
- दर्जी
- कंस्ट्रक्शन मजदूर
- बीड़ी बनाने वाले और कूड़ा बीनने वाले
PM Shram Yogi Mandhan Yojana में योगदान
इस योजना में मजदूर को अपनी उम्र और मासिक वेतन के आधार पर एक निश्चित राशि का contribution करना होता है।
यह योगदान ₹55 से ₹200 प्रति माह तक हो सकता है, जो इस बात पर निर्भर करता है कि मजदूर कितनी उम्र में योजना से जुड़ता है।
खास बात यह है कि मजदूर जो भी contribution जमा करता है, उतनी ही राशि सरकार भी उसके खाते में जमा करती है। उदाहरण के तौर पर, अगर मजदूर ₹100 जमा करता है, तो सरकार भी ₹100 जमा करेगी।
PM Shram Yogi Mandhan Yojana में योगदान की सारणी
उम्र (Years) | मासिक योगदान (₹) | सरकार का योगदान (₹) |
---|---|---|
18 | 55 | 55 |
25 | 80 | 80 |
30 | 110 | 110 |
35 | 150 | 150 |
40 | 200 | 200 |
PM Shram Yogi Mandhan Yojana में पेंशन कब शुरू होती है?
जब मजदूर 60 वर्ष की आयु पूरी कर लेता है, तो उसे हर महीने ₹3000 की पेंशन दी जाती है। यह पेंशन सीधे उसके bank account में भेजी जाती है। यदि किसी कारण से मजदूर की मृत्यु हो जाती है, तो उसकी पत्नी/पति को आधी पेंशन यानी ₹1500 प्रति माह मिलती रहेगी।
PM Shram Yogi Mandhan Yojana की आवेदन प्रोसेस
PM Shram Yogi Mandhan Yojana में आवेदन की प्रक्रिया बहुत simple है। इसके लिए मजदूर को अपने नजदीकी Common Service Center (CSC) पर जाना होता है। वहां जाकर निम्नलिखित documents के साथ आवेदन किया जा सकता है:
- Aadhar Card
- Bank Account Details
- Mobile Number
आवेदन करने के लिए बैंक खाता mobile number से लिंक होना जरूरी है ताकि सभी updates और information मजदूर को मिल सके।
आवेदन के बाद मजदूर के बैंक खाते से हर महीने automatically राशि कट जाएगी। योजना में registration के समय पहला योगदान नगद देना होता है, और इसके बाद की राशि सीधी बैंक खाते से डेबिट होती रहेगी।
योजना की कुछ खास बातें
- यह योजना उन मजदूरों के लिए है, जिनकी मासिक आय ₹15,000 से कम है।
- मजदूर को जितनी contribution जमा करनी होगी, उतनी ही राशि सरकार भी जमा करेगी।
- 60 वर्ष की आयु के बाद मजदूर को हर महीने ₹3000 की पेंशन मिलेगी।
- अगर मजदूर की मृत्यु हो जाती है, तो उसकी पत्नी/पति को आधी पेंशन यानी ₹1500 मिलती रहेगी।
योजना के फायदे
- Financial Security: यह योजना मजदूरों को बुढ़ापे में financial security देती है।
- Equal Contribution: सरकार भी मजदूरों के योगदान के बराबर राशि जमा करती है।
- Simple Process: योजना में आवेदन की प्रक्रिया बहुत simple है।
- Regular Pension: 60 वर्ष की आयु के बाद हर महीने ₹3000 की पेंशन की गारंटी।
इन्हें भी पढ़ें:
- ₹15,000 सहायता और फ्री सर्टिफिकेट – आवेदन कैसे करें?
- Ration Card E KYC Last Date 2024: 2 मिनट में करें E-KYC
- बेटियों के लिए Lado Lakshmi Yojana: ₹2100 की Free सहायता!
- Ayushman Card Beneficiary List: हर साल पाएं ₹5 लाख तक का Free इलाज
- PM Kisan Samman Nidhi Registration: सालाना ₹6000 के लिए कैसे करें आवेदन?
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. PM Shram Yogi Mandhan Yojana के लिए कौन eligible है?
इस योजना का लाभ असंगठित क्षेत्र के मजदूर उठा सकते हैं, जिनकी मासिक आय ₹15,000 से कम है और उम्र 18 से 40 साल के बीच हो।
Q2. योजना में कितनी राशि जमा करनी होती है?
मजदूर को अपनी उम्र के आधार पर ₹55 से ₹200 प्रति माह तक की राशि जमा करनी होती है।
Q3. पेंशन कब शुरू होती है?
मजदूर जब 60 साल की उम्र पूरी कर लेता है, तब से उसे हर महीने ₹3000 की पेंशन मिलनी शुरू हो जाती है।
Q4. अगर मजदूर की मृत्यु हो जाए तो क्या होगा?
अगर मजदूर की मृत्यु हो जाती है, तो उसकी पत्नी/पति को आधी पेंशन यानी ₹1500 प्रति माह मिलती रहेगी।
Q5. योजना में आवेदन कैसे करें?
इस योजना के लिए आवेदन करना बहुत आसान है। मजदूर को अपने नजदीकी CSC (Common Service Center) पर जाकर आवेदन करना होगा।
Q6. क्या सरकार भी योगदान करती है?
हां, मजदूर द्वारा जमा की गई राशि के बराबर सरकार भी योगदान करती है।
योजना का महत्व
PM Shram Yogi Mandhan Yojana असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए एक बहुत बड़ी राहत है, जो बुढ़ापे में financial problems से बचने के लिए किसी योजना का इंतजार कर रहे हैं।
इस योजना के तहत, उन्हें न केवल financial help मिलती है, बल्कि एक सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर भी मिलता है।
Government का यह प्रयास करोड़ों मजदूरों को financial independence की ओर ले जा रहा है। योजना में बहुत सारे मजदूर जुड़ चुके हैं, और यह संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है।
इस योजना से जुड़ना न सिर्फ एक लाभकारी निर्णय हो सकता है, बल्कि एक सुरक्षित भविष्य की दिशा में उठाया गया कदम भी है।
इसलिए, जो भी मजदूर इस योजना के लिए पात्र हैं, उन्हें जल्द से जल्द इसमें आवेदन कर लेना चाहिए ताकि वे अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकें और बुढ़ापे में किसी भी तरह की आर्थिक समस्या का सामना न करना पड़े।
इन्हें भी पढ़ें: